आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की रजिस्ट्रेशन, Aatmnirbhar Uttar Pradesh Rojgar Abhiyan Apply Online Registration Form, Aatmnirbhar UP Rojgar Abhiyan, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान
उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राज्य के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कई योजनाएं शुरू की गई हैं। प्रदेश के लोगों के लिए रोजगार के साथ ही कोरोना के मुश्किल दौर में अपना काम धंधा गंवा कर लौटे मजदूरों, श्रमिकों के हित के लिए भी सरकार काम कर रही है। उसने केंद्र के साथ मिलकर आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान शुरू किया है। यह अभियान क्या है? इसका उद्देश्य क्या है? इसके तहत कैसे रोजगार मिलेगा आदि विषयों पर हम आपको इस पोस्ट में जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान क्या है?
दोस्तों, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान 2023 का शुभारंभ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 जून, 2023 को किया है। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग (video conferencing) के माध्यम से इस योजना की शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ समेत अन्य मंत्रियों ने भी लांचिंग में आनलाइन शिरकत की। आपको बता दें कि अपनी इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के 1 करोड़ लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। ऐसा पहली बार होगा कि इतने बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा।
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान डिटेल्स –
योजना | आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म |
राज्य | यूपी |
शुरुआत | नरेंद्र मोदी जी द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के बेरोजगार युवक/युवतियां |
उद्देश्य | अभियान के माध्यम से रोजगार की प्राप्ति करवाना |
आवेदन | अभी उपलब्ध |
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान के लाभ –
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान के कई लाभ हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार से हैं –
- इस अभियान से प्रदेश में बेरोजगारी कम होगी।
- नौकरी, काम धंधा को चुके प्रवासी मजदूरों को आजीविका।
- लोगों की आर्थिक स्थिति में बदलाव आएगा।
- उन्हें अपने गृह जिले में ही काम धंधा मिलेगा।
- लोगों को उनके हुनर के मुताबिक काम मिलेगा।
- उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
- उत्तर प्रदेश उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा।
- देश की जीडीपी बढ़ाने में भी सहायता होगी।
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान के लिए पात्रता एवं दस्तावेज –
मित्रों, प्रदेश में चलने वाले इस बड़े रोजगार अभियान का लाभार्थी बनने के लिए व्यक्ति के पास कुछ पात्रता व दस्तावेज होने आवश्यक हैं, जो इस प्रकार से हैं-
- आवेदक उत्तर प्रदेश का निवासी हो।
- आवेदक का आधार कार्ड।
- निवास प्रमाण पत्र।
- आवेदक का मोबाइल नंबर।
- आवेदक के बैंक खाते का ब्योरा।
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ।
इनमें से किसी भी दस्तावेज की अनुपस्थिति में संबंधित लाभार्थी को इस अभियान का लाभ नहीं मिलेगा। उसे आवेदन करते समय अपनी सारी जानकारी सही सही भरने के साथ संलग्नकों को भी जांचना होगा, ताकि उनका आवेदन अस्वीकृत न हो व वे अभियान के तहत लाभ प्राप्त करने से वंचित न रह जाएं।
अभियान में प्रदेश के कितने जिलों को शामिल किया गया –
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान में राज्य के 31 जिलों को शामिल किया गया है। इन जिलों की 32,300 ग्राम पंचायतें सरकार के इस कदम से लाभान्वित होंगी। लाभान्वित होने वाले जिलों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली रहा गोरखपुर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी (बनारस), अयोध्या, प्रयागराज (इलाहाबाद), कौशांबी, गोंडा, महाराजगंज, बहराइच, सिद्धार्थनगर बलरामपुर, जौनपुर, हरदोई, आजमगढ़, बस्ती, सुलतानपुर, कुशीनगर, संतकबीरनगर, बांदा, अम्बेडकरनगर, सीतापुर, गाजीपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, देवरिया, अमेठी, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, श्रावस्ती, फतेहपुर, मिर्जापुर व जालौन शामिल हैं।
स्थानीय निवासियों के साथ ही प्रवासियों को भी मिलेगा योजना का लाभ –
दोस्तों, उत्तर प्रदेश में करीब 30 लाख प्रवासी कामगार कोरोना के चलते हुए लाकडाउन के दौरान प्रदेश भर में लौटे हैं। राज्य के 31 जिलों में ऐसे वापसी करने वाले श्रमिकों-कामगारों की संख्या 25,000 से भी अधिक है। स्थानीय निवासियों के साथ इन सभी प्रवासी श्रमिकों, मजदूरों को भी इस अभियान के तहत रोजगार प्रदान किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए 30 लाख के करीब श्रमिकों की स्किल मैपिंग (skill mapping) भी कराई है।

ऐसा इसलिए किया गया, ताकि उन्हें उसी क्षेत्र में रोजगार मिले, जिसके वे हुनरमंद हैं। जैसे-कोई व्यक्ति टेलरिंग का काम अच्छा करता था तो कोई अच्छा बढ़ई यानी कारपेंटर था। कोई प्लंबर था तो कोई मिस्त्री। कोशिश यही की जा रही है कि उन्हें वहीं काम दिलाया जा सके। दोस्तों, आपको बता दें कि केंद्र व उत्तर प्रदेश राज्य सरकार इस योजना को उद्योगों व अन्य संगठनों के साथ मिलकर अंजाम तक पहुंचाएगी।
अभियान में किस प्रकार के कार्यों में रोजगार मिलेगा –
मित्रों, आपको जानकारी दे रहे हैं आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश इस रोजगार अभियान के तहत कुल 25 प्रकार के कार्यों की पहचान की गई है, जिनमें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इनमें मनरेगा, एमएसएमई, ओडीओपी, निर्माण परियोजनाओं व ग्राम्य विकास से जुड़े कार्य शामिल हैं।
आपको जानकारी दे दें कि करीब एक दर्जन विभागों को इन कार्यों के चिन्हीकरण और उनमें रोजगार उपलब्ध कराने का जिम्मा सौंपा गया है। इन विभागों में कृषि, पंचायती राज, ग्राम विकास, खनन, रेलवे, पेयजल व स्वच्छता, पर्यावरण व वन, पेट्रोलियम व नेचुरल गैस, वैकल्पिक ऊर्जा, रक्षा, टेली कम्युनिकेशन, सड़क परिवहन शामिल हैं।
केंद्र व उत्तर प्रदेश राज्य सरकार साथ मिलकर रोजगार व ऋण मुहैया कराएंगे –
केंद्र व उत्तर प्रदेश राज्य सरकार साथ मिलकर आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के तहत रोजगार व ऋण मुहैया कराने की प्रक्रिया में भागीदारी करेंगे। दरअसल, यह अभियान केंद्र के गरीब रोजगार कल्याण अभियान का ही हिस्सा है। इसके तहत देश छह राज्यों के 116 जिलों में लौटे कामगारों, श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराना शामिल था। इसके साथ ही गरीब कल्याण पैकेज को भी मिलाकर मध्यम, लघु एवं माइक्रो उद्यमों यानी एमएसएमई (MSME) इकाइयों को 9100 करोड़ रुपये का ऋण दिया जाना इसमें प्रस्तावित था।
इसके अलावा यह भी बताया गया कि स्किल मैपिंग में चिह्नित किए गए कामगारों में से सवा लाख कामगारों को कपंनियां औपचारिक नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगी। इससे साफ है कि बड़े पैमाने पर कामगारों, श्रमिकों, मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार प्रयासरत है।
अभियान के तहत रजिस्ट्रेशन के लिए कैसे आवेदन करें?
मित्रों, आपको बता दें कि अभियान के अंतर्गत अभी आवेदन शुरू नहीं हुए हैं। आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान के तहत स्थानीय लोगों और प्रवासियों के आवेदन के लिए कोई वेबसाइट अभी उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से लॉन्च नहीं की गई है। जैसे ही वेबसाइट पर आवेदन शुरू होंगे, हम आपको इस संबंध में जानकारी देंगे। इसके लिए आपको हमारी वेबसाइट को लगातार चेक करते रहना होगा। इस संबंध में कोई भी अपडेट सबसे पहले हम आपको मुहैया कराएंगे।
कोरोना काल में लाखों लोग बेरोजगार हुए
मित्रों, यह तो आप जानते ही हैं कि शेष दुनिया की ही तरह हमारा देश भी दो साल से लगातार कोरोना वायरस का दंश झेल रहा है। इसकी वजह लगने वाले लाकडाउन ने देश की आर्थिक स्थिति को बदतर कर दिया। देश का सकल घरेलू उत्पाद यानी gross domestic product (GDP) औंधे मुंह गिरी। न केवल देश की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हुई, बल्कि बड़ी संख्या में लोगों के काम धंधे छूट जाने की वजह से उनके भूखों मरने की नौबत आ गई।
जिनके बड़े परिवार थे वे परिवार का हर सदस्य आजीविका में हाथ बंटा रहा था, उनके लिए और अधिक मुश्किल खड़ी हो गई। यह तमाम लोग आजीविका का कोई जरिया और भविष्य का कोई चारा न देख अपने गांव, अपने घर लौट आए। उत्तर प्रदेश भी इसका अपवाद नहीं था। इस राज्य में भी ऐसे लाखों लोग थे जो अपने घरों को लौटे।
ऐसा न करते तो और क्या करते? केंद्र की नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने उनके लिए करोड़ों का पैकेज जारी किया। कहीं के भी राशन कार्ड पर किसी भी स्थान पर राशन लेने की सुविधा मुहैया कराई। उन्होंने पांच किलो मुफ्त चना जैसी सुविधा से संबंधित अन्न योजना का लाभ भी दिवाली तक बढ़ाए जाने की घोषणा की।
उत्तर प्रदेश सरकार भी मदद के लिए आगे आई
दोस्तों, इस बात से आप भी नावाकिफ नहीं होंगे कि उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अपनी ओर से कदम उठाते हुए पैकेज जारी किया। उनके मुफ्त राशन पानी की व्यवस्था की। उसकी ओर से उत्तर प्रदेश के कई शहरों में निर्धन और मेहनत मजदूरी से जुड़े काम करने वाले लोगों की सहूलियत देखते हुए प्रभु रसोई जैसी अच्छी पहल भी की गई। लेकिन सबसे बड़ा सवाल भीषण मंदी काल में अपने घर लौटे प्रवासी मजदूरों व श्रमिकों के रोजगार से जुड़ा था। उत्तर प्रदेश सरकार का आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान इसी सवाल का बहुत बेहतरीन व पुख्ता जवाब है।
अंतिम शब्द
विकास के तमाम वादों-दावों के बीच सालों से रोजगार एक बड़ी समस्या रहा है। उत्तर प्रदेश भी इसका अपवाद नहीं है। राज्य सरकार अपनी ओर से इस समस्या को हल करने के लिए पूरे प्रयास कर रही है। लेकिन उत्तर प्रदेश जितना विशाल प्रदेश है, उसे देखते हुए यह कोई सरल कार्य नहीं है। 2017 के विधानसभा चुनावों के समर में उत्तर प्रदेश ने अपने घोषणा पत्र में युवाओं के रोजगार को बड़ा मुद्दा बनाया था।
अब फिर चुनाव सिर पर हैं। उत्तर प्रदेश सरकार निश्चित रूप से अपने प्रयासों को जरूर प्रदेश की जनता तक पहुंचाएगी। इसमें एक बड़े प्रयास के रूप में वह आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान को भी उकेरेगी। इस बात को अलग छोड़ दें तो भी प्रदेश के इस अभियान के लिए चुने गए जिलों में रोजगार संबंधी हालात सुधरेंगे, इसमें कोई दो राय नहीं है।
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान से जुड़े सवाल जवाब –
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान का शुभारंभ किसने किया?
उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान कब लांच किया गया?
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
योजना में प्रदेश के कितने जिलों को शामिल किया गया है?
क्या कोरोना काल में प्रदेश लौटे प्रवासी मजदूर भी योजना के लाभार्थी होंगे?
क्या किसी अन्य प्रदेश के लोग भी इस योजना के लाभार्थी बन सकते हैं?
दोस्तों, यह थी आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान 2023 ऑनलाइन आवेदन | एप्लीकेशन फॉर्म के संबंध में जानकारी। यदि आपके इस पोस्ट या आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान के संबंध में कोई सवाल है तो उसे आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखकर हम तक पहुंचा सकते हैं। हम जल्दी उसका जवाब आपको मुहैया कराएंगे। इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करना न भूलें। ।।धन्यवाद।।