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प्राचीन समय से ही हमारे देश में कई प्रकार की परंपराएं चली आ रही है जिसके माध्यम से लोग खुद का विकास करते आ रहे हैं। हमारे समाज में विवाह को एक बहुत ही पवित्र बंधन माना जाता है और विवाह को हमेशा जन्मो जन्मो का साथ माना जाता है।
बीते कुछ दिनों से समाज में चले आ रहे बदलाव की वजह से अंतरजातीय विवाह बढ़ते चले जा रहे हैं लेकिन अभी भी बहुत से इलाकों में अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहन नहीं मिलता है। ऐसे में बिहार सरकार द्वारा एक मुख्य योजना की शुरुआत की गई है जिसे “बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना” का नाम दिया गया है।
इस योजना के माध्यम से राज्य के युवाओं को विशेष लाभ मिलने का अवसर मिलेगा। अगर आप भी इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे लेख के साथ अंत तक बने रहे।
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना क्या है?
यह मुख्य योजना बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई है जिसके माध्यम से ऐसे विवाहित लोगों को सहायता राशि प्रदान की जाएगी जिन्होंने अंतरजातीय विवाह किया हो। कई बार ऐसा होता है कि अंतरजातीय विवाह करने वाले लोगों को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता प्राप्त नहीं होती और वे परेशान होने लगते हैं। ऐसे में बिहार सरकार ने आगे बढ़कर इन लोगों का साथ देने की बात की है।
इस योजना के माध्यम से अंतरजातीय विवाह करने वालों को लगभग ढाई लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी जिससे ऐसे दंपत्ति अपना जीवन सही तरीके से शुरू कर सकते हैं जिन्होंने अंतरजातीय विवाह किया हो।
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना डीटेल्स
योजना का नाम | बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना |
राज्य का नाम | बिहार |
किसे लाभ मिलेगा | बिहार के नागरिकों को |
उद्देश्य | अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहित करना |
साल | 2021 |
कितनी आर्थिक सहायता मिलेगी | 2.5 लाख रुपए |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://ambedkarfoundation.nic.in/ |
अंतरजातीय विवाह क्या है? [What is interracial marriage?]
आज भी हमारे समाज में कुछ ऐसी जगह है, जहां पर अंतर जातीय विवाह को सही मान्यता नहीं दी जाती है। अंतरजातीय विवाह ऐसा विवाह होता है जिसमें शादी करने वाले लड़का और लड़की अलग-अलग जाति के होते हैं।
प्राचीन समय में अंतर जाति विवाह करना सही नहीं माना जाता था क्योंकि अपनी जाति से बाहर किसी दूसरे जाति में विवाह करना दंडनीय अपराध होता था परंतु बदलते परिवेश में अंतरजातिय विवाह को गलत नहीं माना जाता है।
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना का दूसरा नाम
बिहार की यह मुख्य योजना बहुत ही कारगर है और इसका दूसरा नाम “डॉक्टर अंबेडकर स्कीम फॉर सोशल इंटीग्रेशन थ्रू इंटर कास्ट मैरिज” है।
बिहार अंतर्जातीय प्रोत्साहन योजना का संचालन
इस बेहतरीन योजना का संचालन सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट के मिनिस्टर एवं डॉ आंबेडकर फाउंडेशन के चेयरमैन द्वारा किया गया है। शुरुआत में इस योजना को कुछ ही वर्षों के लिए शुरू किया गया था लेकिन इसकी सफलता को देखते हुए इसका संचालन प्रतिवर्ष किया जा रहा है।
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना का मुख्य लक्ष्य –
सामान्य तौर पर ऐसा देखा जाता है कि समाज में पिछड़े वर्ग के लिए भेदभाव किया जाता है और उन्हें ऐसे किसी भी कदम उठाने पर लोगों का साथ नहीं मिलता। बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के माध्यम से युवाओं के बीच में अंतरजातीय विवाह को लेकर भेदभाव खत्म किए जाने की बात की जा रही है साथ ही साथ ऐसा माना जा रहा है कि इस योजना के माध्यम से युवा वर्ग को प्रोत्साहन दिया जा सकता है।
इस योजना का मुख्य लक्ष्य ऐसे लोगों को आर्थिक सहायता देना है जिन्होंने अंतरजातीय विवाह करने के बाद किसी भी प्रकार की सहायता राशि ना प्राप्त की हो और ऐसी योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर और सशक्त बनाए जाने का भी प्रावधान रखा गया है।
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के लिए मुख्य पात्रता –
अगर आप भी ऐसी किसी योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको इन मुख्य पात्रता को ध्यान में रखना होगा। जब आप पात्रता मापदंड को पूरा करेंगे तभी आप को इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगे –
- इस योजना का लाभ केवल बिहार के स्थाई निवासियों को ही मिल सकता है।
- इस योजना के लिए पति या पत्नी में से किसी एक को अनुसूचित जाति और दूसरे को गैर अनुसूचित जाति का होना चाहिए।
- किया गया विवाह हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के अंतर्गत विवाह रजिस्टर्ड होना चाहिए।
इस योजना के लिए विशेष पात्रता यह है की यह केवल पहली शादी के लिए ही मान्य होगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए विवाह के कम से कम 1 वर्ष के अंदर ही आवेदन जमा करना होगा।
बिहार अंतर्जातीय प्रोत्साहन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
अगर आप भी इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके पास इन मुख्य दस्तावेजों का होना आवश्यक माना गया है। बिना आवश्यक दस्तावेज के आप इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं –
- निवास प्रमाण पत्र [Address proof]
- आय प्रमाण पत्र [income certificate]
- आधार कार्ड [Aadhar card]
- शादी की फोटो [wedding photo]
- शादी का कार्ड [marriage card]
- आयु प्रमाण पत्र [age certificate]
- मैरिज सर्टिफिकेट [marriage certificate]
- राशन कार्ड [Ration card]
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ [Passport size photograph]
- मोबाइल नंबर [mobile number]
- बैंक अकाउंट का विवरण
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं –
फार्म डाउनलोड करें –
आवश्यक दस्तावेज लगायें –
फॉर्म जमा करें –
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना हेतु मुख्य बातें
अगर आप इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो इसके लिए इन मुख्य बातों का ध्यान रखना आवश्यक है— अगर आप इस योजना का लाभ ले रहे हैं, तो इसके लिए आपके पास एक बैंक का अकाउंट होना जरूरी है जहां से आपको निश्चित राशि भेजी जाएगी।
इस योजना का लाभ लेने के लिए एक फ्री स्टांप पैड रिसिप्ट, ₹10 का नोट जुडिशल स्टांप पेपर साथ में जमा करना होगा।
शुरुआत में डेढ़ लाख रूपए बैंक अकाउंट में भेजे जाएंगे और उसके बाद बची हुई राशि को फिक्स्ड डिपॉजिट 3 वर्षों के लिए किया जाएगा।
जब 3 वर्ष पूरे हो जाएंगे तब फिक्स डिपाजिट और उसका ब्याज विवाहित जोड़े को दे दिया जाएगा ताकि वह अपने जीवन यापन सही तरीके से कर सकें।
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के विशेष लाभ –
- यह योजना उन लोगों के लिए कारगर है जिन्होंने किसी कारणवश अंतरजातीय विवाह किया हो और परिवार के द्वारा उन्हें विशेष योगदान प्राप्त नहीं हो रहा हो।
- इस योजना के माध्यम से विवाहित जोड़ों को ढाई लाख रुपए दिए जाएंगे जो निश्चित रूप से ही उनके आने वाले भविष्य के लिए कारगर साबित होंगे।
- सामान्य तौर पर ऐसा भी देखा जाता है कि अंतर्जातीय विवाह करने के बाद विवाहित जोड़ों को सही नहीं माना जाता ऐसे में इस योजना के माध्यम से अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करने का भी कार्य किया जा रहा है।
- यदि किसी कारणवश आवेदक के द्वारा गलत जानकारी दी जा रही हो, तो ऐसे में लाभार्थी से ही लाभ की राशि वसूल की जा सकती है। ऐसे में इस बात पर ध्यान रखें कि कभी भी कोई गलत जानकारी ना दें और किसी भी परेशानी को ना आने दे।
- इस योजना के माध्यम से किसी दूसरी जाति से भी मान सम्मान प्राप्त किया जा सकता है, जो हम अपनी जाति से चाहते हैं।
- इस सशक्त योजना के माध्यम से देश को एकजुट होकर रहने की भी सीख मिलती है ताकि किसी भी प्रकार का भेदभाव ना हो सके।
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना फॉर्म डाउनलोड –
यदि आपको बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना फॉर्म की आवश्यकता है तो आप नीचे दिए गए फोन को डाउनलोड कर सकते हैं। और इसका उपयोग कर सकते हैं –
बिहार अंतरजातीय विवाह में कितना पैसा मिलता है?
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना एप्लीकेशन फॉर्म कैसे डाउनलोड करें?
बिहार अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना 2023 के लिए आवेदन कैसे करें?
बिहार अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना का दूसरा नाम क्या है?
अंतिम शब्द
इस प्रकार से आज हमने एक ऐसी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त की है जिसके माध्यम से अंतर जातीय विवाह को भी सहारा दिया जा सकेगा। बिहार सरकार की बिहार अंतरजातीय प्रोत्साहन योजना युवाओं के लिए बेहद कारगर योजना है। जिसके माध्यम से वे अपने भविष्य को निर्धारित कर सकते हैं और नई योजनाओं का विकास भी किया जा सकता है। उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा, इसे अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।