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क्या आपने पहले कभी सीसैट का नाम सुना हैं? यदि आप देश की सबसे बड़ी परीक्षा अर्थात UPSC की तैयारी कर रहे हैं तो अवश्य ही आपको सीसैट के बारे में पता होगा या फिर थोड़ी बहुत जानकारी होगी। दरअसल यह एक परीक्षा (CSAT in Hindi) होती हैं जो UPSC परीक्षा का ही एक भाग होती हैं। यदि किसी परीक्षार्थी (CSAT kya hota hai) को UPSC परीक्षा में आगे बढ़ना हैं तो उसे पहले सीसैट की परीक्षा को पास करना होगा।
अब ऐसे में कई लोगों के मन में सीसैट को लेकर प्रश्न उठते हैं और वे सोचते हैं कि आखिरकार यह परीक्षा क्या है और इसके अंतर्गत क्या क्या आता है। तो आज (CSAT meaning in Hindi) के इस लेख के अंतर्गत हम आपको इसी के बारे में ही बताने जा रहे हैं कि यह सीसैट होता क्या हैं और इसको कैसे पार किया जा सकता हैं। आइए जाने सीसैट के बारे में शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण जानकारी।
सीसैट क्या है (What is CSAT in Hindi)
सबसे पहले बात की जाए कि आखिरकार यह सीसैट होता क्या है और यह किसे कहा जाता है। तो सीसैट को समझने के लिए पहले आपको UPSC की परीक्षा पैटर्न को समझना होगा। जब तक आपको यह नही पता होगा कि UPSC में परीक्षा किस तरह से आयोजित करवाई (CSAT kya hai in Hindi) जाती हैं तब तक आप सीसैट को भी नही समझ पाएंगे। तो आइए UPSC परीक्षा पैटर्न के जरिये समझते हैं कि यह सीसैट होता क्या है।
तो UPSC परीक्षा भारत सरकार के द्वारा हर वर्ष आयोजित करवाई जाती हैं जिसमें देश के सर्वोच्च अधिकारी चुने जाते हैं। इसके लिए UPSC तीन चरणों में परीक्षाओं का आयोजन करवाती हैं या फिर यूँ कहे कि UPSC में अपना चयन करवाने के लिए तीन तरह के पड़ाव का सामना करना पड़ता हैं। तो इन तीन पड़ावों के नाम है:
- आरंभिक परीक्षा [preliminary exam]
- मुख्य परीक्षा [main exam]
- साक्षात्कार
[Interview]
UPSC परीक्षा में पास होने के लिए सबसे पहले जिस पड़ाव को पार करना होता हैं उसमे आरंभिक परीक्षा को देना होता हैं। इस परीक्षा में सभी तरह के प्रश्न बहु विकल्पीय होते हैं जिसमें से एक का चयन आपको करना होता हैं। अब UPSC की प्रारम्भिक परीक्षा में भी एक परीक्षा नही बल्कि दो परीक्षा होती हैं। इसे भी दो मुख्य भागो में विभाजित किया जाता हैं जिनके नाम हैं:
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 1
- सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2
इसमें जो सामान्य अध्ययन की पहली परीक्षा होती हैं उसमे सामान्य ज्ञान से प्रश्न पूछे जाते हैं। यह प्रश्न पत्र कुल 400 अंकों का निर्धारित होता हैं। अब यदि दूसरे प्रश्न पत्र की बात की जाए तो इसमें कई तरह के विषय आते हैं। UPSC की प्रारम्भिक परीक्षा में आने वाले दूसरे सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्र को ही सीसैट नाम दिया गया हैं। पहले यह परीक्षा नही होती थी लेकिन दिन भर दिन UPSC में बढ़ती प्रतियोगिता को देखकर इसे शुरू किया गया था।
इससे पहले छात्रों के पास आरंभिक परीक्षा के दूसरे प्रश्न पत्र के रूप में अपना मनपसंद का विषय चुनना होता था जिसे बदलकर इसे निर्धारित रूप दे दिया गया हैं। अब जिस भी छात्र को UPSC में पास होना हैं तो उसे सीसैट की परीक्षा भी अनिवार्य रूप से देनी होगी।
सीसैट की फुल फॉर्म (CSAT full form in Hindi)
अब जब आपने यह जान लिया हैं कि सीसैट होता क्या हैं तो अब बारी है इसकी फुल फॉर्म जानने की। यदि आपको सीसैट का पूरा नाम ही नही पता होगा तो फिर आप कैसे ही उसके लिए सही से तैयारी कर पाएंगे या फिर आगे की प्रक्रिया के बारे में जान पाएंगे। ऐसे में आपका (CSAT ka full form) सीसैट की फुल फॉर्म जानना भी उतना ही आवश्यक हैं जितना बाकि चीजों के बारे में जानना।
तो ऐसे में आज हम आपको बता दे कि सीसैट का पूरा नाम सिविल सर्विसेस एप्टीट्यूड टेस्ट होता है। यदि इसे अंग्रेजी में लिखा जाए तो इसे Civil Services Aptitude Test कहा जाएगा। तो इसी को ही शोर्ट फॉर्म में सीसैट के नाम से जाना जाता हैं। इसमें आपकी तार्किक क्षमता की जांच की जाती हैं। कई तरह के विषय इस सीसैट टेस्ट में आते हैं। ऐसे में आइये इसके सिलेबस के बारे में भी जान लेते हैं।
सीसैट परीक्षा का सिलेबस (CSAT syllabus in Hindi)
अब जब आप यह जान चुके हैं कि यदि आपको UPSC क्लियर करना हैं तो उसके लिए आपको किसी भी स्थिति में सीसैट की परीक्षा में बैठना होगा और उस परीक्षा को पास करना होगा तो अब आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार किस किस विषय से संबंधित प्रश्नों को सीसैट की परीक्षा में पूछा जा सकता हैं। तो अब हम सीसैट की परीक्षा में आने वाले सिलेबस और उसके विषयों के बारे में जान लेते हैं।
- अंग्रेजी कंप्रीहेंशन
- संचार कौशल या कंम्यूनिकेशन स्किल
- तार्कित तर्क या लॉजिकल रिजनिंग
- विश्लेषणात्मक क्षमता या एनालिटिकल एबिलिटी
- निर्णय लेने की क्षमता या डिसिजन मेकिंग और प्रॉब्लम-सॉल्विंग
- मूल संख्यात्मकता
- सामान्य मानसिक योग्यता या जनरल मेंटल एबिलिटी
तो यदि आप सीसैट की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको इन विषयों के बारे में अपनी जानकारी का स्तर बढ़ाना होगा। सीसैट की परीक्षा में आपके दिमाग का ही परिक्षण लिया जाएगा और यह देखा जाएगा कि क्या आप UPSC की मुख्य परीक्षा में बैठने के लायक है या नही। यदि आप सीसैट की परीक्षा में पास नही होते हैं तो आपको उस वर्ष के लिए UPSC की परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा।
सीसैट परीक्षा का पैटर्न (CSAT exam pattern)
सीसैट की परीक्षा कितने घंटो की होती हैं, उसके लिए आपको कितना समय मिलेगा और क्या सीसैट की परीक्षा में नकारात्मक मार्किंग भी होती है या नही, इत्यादि कई प्रश्न आपके दिमाग में उमड़ रहे होंगे। ऐसे में आपकी इन सभी शंकाओं पर विराम लगाते हुए आज हम आपको बता दे कि इसके लिए भी पैटर्न बाकि परीक्षाओं के जैसा ही हैं। हालाँकि यहाँ हम आपके साथ सीसैट परीक्षा के पूरे पैटर्न को रखेंगे ताकि आपके मन में किसी तरह की शंका शेष ना रहने पाए।
- सीसैट की परीक्षा ऑफलाइन ही होती हैं और इसे देने के लिए ऑनलाइन का कोई प्रावधान नही हैं।
- सीसैट की परीक्षा में कुल 80 प्रश्न आते हैं जिन्हें आपको हल करना होता हैं।
- सीसैट की परीक्षा के कुल या अधिकतम अंक 200 होते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि सीसैट में 80 प्रश्न कुल 200 अंक के होते हैं।
- यदि आप सीसैट की परीक्षा में किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते हैं तो उसके लिए आपके नकारात्मक अंक के रूप में 33 प्रतिशत अंक काट लिए जाएंगे।
- सीसैट की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आपका न्यूनतम 66 अंक अर्थात 33 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य हैं अन्यथा आप अपने आप ही आगे की परीक्षा को देने से बाहर हो जाते हैं।
- सीसैट की परीक्षा का प्रश्न पत्र हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओँ में आता हैं। हालाँकि इसमें अंदर जो अंग्रेजी कॉम्प्रिहेंशन का विषय होता हैं वह अंग्रेजी भाषा में ही आता हैं।
सीसैट परीक्षा का महत्व (CSAT exam importance in Hindi
UPSC में सफल होने के लिए सीसैट परीक्षा का बहुत अधिक महत्व है। यह UPSC के तीन पड़ाव के अंदर पहले पड़ाव का एक भाग है। पहले पड़ाव में दो तरह की परीक्षा ली जाती हैं जिसमें पहले भाग में सामान्य अध्ययन के रूप में आपसे सामान्य ज्ञान और तार्किक क्षमता के प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा में मिलने वाले अंकों की अधिकतम संख्या 400 होती हैं।
इसके बाद किसी परीक्षार्थी की सीसैट की परीक्षा आयोजित करवाई जाती हैं। इसमें मिलने वाले अधिकतम अंकों की संख्या 200 होती हैं और इसमें आपसे कई विषयों से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके बाद दोनों के अंकों को मिलाकर उस वर्ष के लिए कट ऑफ निकाली जाती हैं। इसी कट ऑफ के आधार पर छात्रों को UPSC की मुख्य परीक्षा के लिए चुना जाता हैं।
यदि आप अपने वर्ग की कट ऑफ को पार नही कर पाते हैं तो आप उस वर्ष के लिए UPSC की परीक्षा से बाहर हो जाते हैं। ऐसे में अब आपको अगले वर्ष की सीसैट की परीक्षा में बैठना होगा। हालाँकि यदि आप UPSC के इस प्रारम्भिक चरण को पार कर लेते हैं तो अब आपको आगे मुख्य परीक्षा में बैठना होता हैं। तो ऐसे में सीसैट की परीक्षा का महत्व व मूल्य बहुत ही बढ़ जाता हैं क्योंकि उसको पास किये बिना आप UPSC की मुख्य परीक्षा में नही बैठ सकते हैं।
सीसैट की परीक्षा देने के बाद क्या करे
अब जब आप सीसैट की परीक्षा दे देते हैं तो बिना देरी किये और बिना परिणाम की चिंता किये आप UPSC की मुख्य परीक्षा की तैयारी शुरू कर देंगे तो बेहतर रहेगा। सीसैट की परीक्षा देने के कुछ ही दिनों में इसका परिणाम घोषित कर दिया जाता हैं। इसमें आपको UPSC के पहले पड़ाव की दोनों परीक्षाओं के अंक मिलाकर परिणाम को घोषित किया जाता हैं जो कि कुल 600 अंकों में से होते हैं।
अब यदि आप इस कट ऑफ को पार कर लेते हैं तो फिर भारत सरकार के द्वारा आपको UPSC की मुख्य परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी जाती हैं। इसलिए यदि आप UPSC के द्वारा आयोजित पढले पड़ाव की सीसैट परीक्षा को पास कर लेते हैं और कट ऑफ निकाल लेते हैं तो फिर आपको UPSC के दूसरे पड़ाव की मुख्य परीक्षाओं में बैठने की अनुमति मिल जाएगी।
सीसैट की तैयारी कैसे करें (CSAT ki taiyari kaise kare)
अब यदि आप देश के सबसे बड़े एग्जाम में भाग लेने जा रहे हैं तो उसके लिए अपनी तैयारी भी मजबूत रखनी होगी। बिना तैयारी के आप UPSC की पहली परीक्षा अर्थात सीसैट में ही बाहर हो जाएंगे। ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि आपका सीसैट में चयन हो जाए तो आपको इसके सिलेबस पर ध्यान देना होगा। ऊपर हमने आपको सीसैट की परीक्षा में आने वाले सभी विषयों के नाम विस्तार से बताये हैं। तो आप यह देखे कि आप किस विषय में कमजोर हैं और किस विषय में आपको ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता हैं।
इसी के साथ आप पिछले वर्षों के सीसैट के प्रश्न पत्रों का भी हल करे। इससे भी आपको बहुत मदद मिल जाएगी। वह इसलिए क्योंकि इससे आपको यह समझने में सहायता मिलेगी कि आखिरकार सीसैट के प्रश्न पत्र में किस तरह के प्रश्न आते हैं और उनको पूछने का तरीका कैसा होता हैं। इसी के साथ आपको सोशल मीडिया व अन्य रिश्तेदारों और मित्रों से संपर्क सीमित करना होगा और अपना पूरा समय सीसैट की तैयारी में लगाना होगा। तभी आप आगे चलकर सीसैट की परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर पाएंगे।
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प्रश्न: सीएसएटी परीक्षा कौन दे सकता है
प्रश्न: सीसैट का सिलेबस क्या है?
प्रश्न: CSAT की तैयारी कैसे करे?
प्रश्न: upsc prelims में कितने पेपर होते हैं?
तो इस तरह से आज आपने जान लिया कि सीसैट क्या होता हैं और यह किस परीक्षा का एक भाग हैं। ऐसे में यदि आप UPSC की तैयारी कर रहे हैं तो सीसैट के बारे में जानना बहुत ही जरुरी हो जाता हैं। वह इसलिए क्योंकि पहले इसका पैटर्न अलग था लेकिन वर्तमान में इसका पैटर्न पूरी तरह से बदल चुका हैं। इसलिए आपको अभी से ही सीसैट की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए ताकि आगे चलकर कोई समस्या ना हो।